(३) रिहाई के लिए बंदी प्रत्यक्षीकरण आदेश जारी किए जाने पर कैद की अवैधता (धारा २४५); अथवा
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(३) रिहाई के लिए बंदी प्रत्यक्षीकरण आदेश जारी किए जाने पर कैद की अवैधता (धारा २४५); अथवा
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तो जज इसके बाद यदि जरुरत हो तो अतिरिक्त जानकारी का अनुरोध कर सकता है और एक बंदी प्रत्यक्षीकरण आदेश जारी कर सकता है जिस बिंदु पर हिरासत में रखने वाले प्राधिकारी के पास उस कैदी को न्यायाधीश के सामने लाने के लिए 24 घंटे होते हैं.
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तो जज इसके बाद यदि जरुरत हो तो अतिरिक्त जानकारी का अनुरोध कर सकता है और एक बंदी प्रत्यक्षीकरण आदेश जारी कर सकता है जिस बिंदु पर हिरासत में रखने वाले प्राधिकारी के पास उस कैदी को न्यायाधीश के सामने लाने के लिए 24 घंटे होते हैं.